हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार,हज़रत इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों की याद में बुधवार को सदर इमामबाड़ा लाट सरैया में अमारी और दुलदुल का जुलूस उठाया जाएगा।
इस जुलूस में शहर भर की 28 अंजुमनें शिरकत करेंगी और नौहाख्वानी व मातम करेंगी। जुलूस में वाराणसी सहित आस पास के शिया समुदाय के लोग शिरकत करेंगे वहीं देर रात शिया बहुल इलाकों में मजलिसों का दौर जारी रहा हैं।
आज ही के दिन मदीना से रवाना हुए थे इमाम हुसैन:
इस संबंध में मौलाना ने बताया इस्लामिक कैलेंडर के रजब माह की 28 तारीख सन 60 हिजरी को इमाम हुसैन अपने घर के लोगों के साथ मदीने से रवाना हुए थे यह उनका अंतिम सफर था इस सफर के दौरान वो 2 मुहर्रम सन 61 हिजरी को कर्बला पहुंचे थे। यहां यजीद ने उन्हें उनके 71 साथियों के साथ शहीद कर दिया था।
इमाम हुसैन के 6 माह के बच्चे को भी किया शहीद:
फरमान हैदर ने बताया कि इस दौरान इमाम हुसैन के 6 माह के बच्चे को भी शहीद किया गया। जिसके लिए पानी मांगने को इमाम हुसैन जंग के मैदान में पहुंचे थे जहां हुरमुला नामक शख्स ने ऊंट का शिकार करने वाले तीन फल के तीर से मारकर उनके 6 महीने के बेटे अली असगर को शहीद किया था।
फरमान ने बताया,इसी की याद में लाट सरैया स्थित सदर इमामबाड़े से आज दिन में 1 बजे सफर-ए-हुसैनी का जुलूस उठाया जाएगा अमारी के इस जुलूस में शहर की 28 अंजुमनें नौहा मातम करेंगी।
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